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Monday, October 20, 2025
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Uttarakhand : दो माह में 97 नाबालिग हुए लापता, इन वजहों से छोड़ रहे घर, अपने बच्चे पर रखें नजर!

देहरादून। बीते दो माह में जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों से 97 नाबालिग बच्चों के लापता होने के मामले सामने आए। पुलिस की त्वरित कार्यवाही और अथक प्रयासों से इनमें से 87 बच्चों को उत्तराखंड सहित दिल्ली, मुंबई, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों से सकुशल बरामद कर लिया गया है।

पुलिस जांच में सामने आया कि 62 नाबालिग अपने परिजनों की डांट अथवा बात न मानने से नाराज होकर घर से चले गए थे। वहीं 24 बच्चे परिजनों को बिना बताए घूमने निकल पड़े या सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर घर से बाहर गए। इसके अलावा 11 नाबालिगों को अन्य व्यक्तियों ने बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाया। इन मामलों में पुलिस ने अपहरण की गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

अधिकारियों के अनुसार नाबालिगों की गुमशुदगी की सूचना पर पुलिस तत्काल अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करती है। साथ ही, बरामदगी के बाद बच्चों और उनके परिजनों की काउंसलिंग भी कराई जा रही है, ताकि अभिभावक बच्चों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रह सकें।

फिलहाल 10 नाबालिगों की तलाश अभी जारी है। इनमें कुछ मामलों में पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए लापता बच्चों से संपर्क भी स्थापित किया है। उदाहरण के तौर पर, पटेलनगर क्षेत्र से लापता एक नाबालिग युवती लुधियाना में नौकरी कर रही है और उसने वीडियो कॉल के माध्यम से पुलिस को जानकारी दी है कि वह अपनी मर्जी से गई है तथा जल्द ही देहरादून लौटेगी।

इसी तरह प्रेमनगर क्षेत्र से लापता एक किशोर परिजनों द्वारा फोन रीचार्ज न कराने से नाराज होकर घर से चला गया था और दोस्तों को बताया कि वह काम की तलाश में बाहर गया है। पुलिस का कहना है कि सभी लंबित मामलों में पूर्ण संजीदगी से प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि शेष लापता बच्चों को भी जल्द सकुशल बरामद किया जा सके।

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