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Monday, October 20, 2025
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नींद की कमी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल: मेंटल हेल्थ पर बढ़ता खतरा

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में देर रात तक जागना, स्क्रीन पर घंटों समय बिताना और अनियमित दिनचर्या आम हो चुकी है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ये आदतें हमारी मानसिक सेहत पर गहरा असर डाल रही हैं। नींद की कमी और असंतुलित लाइफस्टाइल न केवल दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं, बल्कि तनाव, चिंता और अवसाद जैसी गंभीर समस्याओं को भी जन्म दे रहे हैं।

नींद और मेंटल हेल्थ का गहरा रिश्ता

विशेषज्ञों के अनुसार, नींद हमारे मस्तिष्क के लिए ईंधन का काम करती है। पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद दिमाग को तनाव से निपटने और भावनाओं को संतुलित करने में मदद करती है। नींद की कमी से व्यक्ति चिड़चिड़ा, बेचैन और थका हुआ महसूस करता है। लंबे समय तक नींद पूरी न होने पर यह अवसाद और गंभीर मानसिक विकारों का कारण बन सकती है।

अनहेल्दी लाइफस्टाइल का असर

अनियमित खानपान, देर रात तक मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग, व्यायाम की कमी और कैफीन या अल्कोहल का अधिक सेवन हमारी जैविक घड़ी (Circadian Rhythm) को बिगाड़ देता है। इससे नींद की गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ता है। नींद ठीक न होने पर शरीर और दिमाग दोनों थकान और तनाव से जूझने लगते हैं।

अनिद्रा (Insomnia), स्लीप एपनिया और रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जैसी समस्याएं नींद छीन लेती हैं। इनसे जूझ रहे लोग अक्सर चिंता, अवसाद और एकाग्रता की कमी का शिकार हो जाते हैं। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि इन समस्याओं को नजरअंदाज करने से मानसिक धुंध (Mental Fog) बढ़ता है, जिससे जीवन की गुणवत्ता और मस्तिष्क की कार्यक्षमता दोनों प्रभावित होती हैं।

मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने के उपाय

मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर नींद के लिए विशेषज्ञ निम्नलिखित उपाय सुझाते हैं:

  • नियमित नींद का शेड्यूल: रोजाना एक निश्चित समय पर सोएं और जागें।

  • स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण: सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल और कंप्यूटर से दूरी बनाएं।

  • संतुलित आहार: रात को भारी या मसालेदार भोजन से बचें।

  • व्यायाम की आदत: दिन में 30 मिनट की हल्की कसरत नींद की गुणवत्ता बढ़ा सकती है।

  • तनाव प्रबंधन: सोने से पहले योग, ध्यान या गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं।

  • विशेषज्ञ की सलाह: लगातार नींद की समस्या होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।

नींद केवल शारीरिक आराम का साधन नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की आधारशिला है। खराब लाइफस्टाइल और नींद की अनदेखी हमें धीरे-धीरे तनाव, चिंता और अवसाद की ओर ले जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार और व्यायाम के जरिए हम अपनी नींद और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। आइए, आज से ही अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं और स्वस्थ मन के साथ बेहतर जीवन जिएं।

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